Thursday, 26 July 2012


किया भरोसा राम का , राम नाम विश्वास  .
कालजयी हो कर चले , बाबा  तुलसीदास.

नहीं जननी का सुख मिला ,
नहीं जनक की छाँव .
मंदिर ही उनका घर बना ,
मंदिर ही उनका गाँव .

राम नाम के बोल से  , गई भूख औ प्यास .
कालजयी हो कर चले , बाबा  तुलसीदास.

वेद - पुराण का पाठ किया   ,
लिया ब्रह्म का ज्ञान .
मधुकरी से तन पल रहा  ,
मन पाये गुरु ज्ञान .

संतों के अभिषेक किये , ढोंगी के उपहास.
कालजयी हो कर चले , बाबा  तुलसीदास.

राम नाम लिये चल पड़े ,
सारे गढ़ लिये जीत .
अगुण-सगुण को एक कर ,
माया की भांजी रीत .

राम नाम से मौज की  , जग में रहे उदास .
कालजयी हो कर चले , बाबा  तुलसीदास.





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