किया भरोसा राम का , राम नाम विश्वास .
कालजयी हो कर चले , बाबा तुलसीदास.
नहीं जननी का सुख मिला ,
नहीं जनक की छाँव .
मंदिर ही उनका घर बना ,
मंदिर ही उनका गाँव .
राम नाम के बोल से , गई भूख औ प्यास .
कालजयी हो कर चले , बाबा तुलसीदास.
वेद - पुराण का पाठ किया ,
लिया ब्रह्म का ज्ञान .
मधुकरी से तन पल रहा ,
मन पाये गुरु ज्ञान .
संतों के अभिषेक किये , ढोंगी के उपहास.
कालजयी हो कर चले , बाबा तुलसीदास.
राम नाम लिये चल पड़े ,
सारे गढ़ लिये जीत .
अगुण-सगुण को एक कर ,
माया की भांजी रीत .
राम नाम से मौज की , जग में रहे उदास .
कालजयी हो कर चले , बाबा तुलसीदास.
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