Sunday 28 October 2012

हाइकू -



( १ )
चराग जले ,
ना नेह था न बाती,
तुम जो मिले.

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( २ )
हम थे मिट्टी ,
तुमने छू जो दिया
अब कंचन .
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( ३ )
दो टूक हुए ,
मारा नहीं खंजर ,
रूठ वो गए .
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( ४ )
एक लिफाफा ,
भारी है दौलत पे ,
वो उन का है .
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( ५ )
प्यार किया था ,
सर नहीं  दे सका,
व्यर्थ ही जिया.
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