तेरी मुस्कानों की लय में, कलियाँ झूमा करती हैं.
तेरी मुस्कानों की लय में,तितलियाँ डोला करती हैं.
तेरी मुस्कानों की लय में , लहरें मचला करतीं हैं.
ऐसे ही रहना मेरी सोनपरी ,खुशियाँ उमड़ा करती हैं
एक आंसू गिर गया था , एक घायल की तरह . तुम को दुखी होना नहीं , एक अपने की तरह . आँख का मेरा खटकना , पहले भी होता रहा . तेरा बदलना चुभ र...
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