छल देखें हैं ,छलिया देखे ,
छलिया हो जा सावधान.
मित्र मेरे सब जाग गए हैं ,
अब दृष्टि का है प्रावधान .
कदम मिलाकर बढ़ जाते ,
ये मस्ताने मित्र मेरे ,
रज से सने हुए हाथों में ,
लिए मशाले मित्र मेरे ,
छलिया तेरे लिए सीख है ,
हटा मार्ग के सब व्यवधान .
छल देखें हैं ,छलिया देखे ,
छलिया हो जा सावधान.
अँधेरे में या परदे में ,
क्या करता ये जान गए ,
खूब जड़ें तेने खोदी है ,
अच्छे से पहचान गए,
ये दीवाने मांग रहें हैं ,
मुक्ति पथ का समाधान .
छल देखें हैं ,छलिया देखे ,
छलिया हो जा सावधान.
सरल सहज सीधेपन में,
बन्दर बाँट बहुत कर दी,
मौन मूक थे मुखर हुए,
भींचे जबड़े कस दी मुट्ठी,
षड्यंत्रों से हाथ खींच ले,
इस में ही तेरा सम्मान .
छल देखें हैं,छलिया देखे ,
छलिया हो जा सावधान.
शकुनी सी तेरी चालें हैं,
बंद करो अब बंद करो,
मुक्ति पथ को मांग रहे हैं,
मुक्त करो अब मुक्त करो.
धूल उड़ाता नव युग आता,
बचा-बचा अपना परिधान.
छल देखें हैं ,छलिया देखे ,
छलिया हो जा सावधान.
छलिया हो जा सावधान.
मित्र मेरे सब जाग गए हैं ,
अब दृष्टि का है प्रावधान .
कदम मिलाकर बढ़ जाते ,
ये मस्ताने मित्र मेरे ,
रज से सने हुए हाथों में ,
लिए मशाले मित्र मेरे ,
छलिया तेरे लिए सीख है ,
हटा मार्ग के सब व्यवधान .
छल देखें हैं ,छलिया देखे ,
छलिया हो जा सावधान.
अँधेरे में या परदे में ,
क्या करता ये जान गए ,
खूब जड़ें तेने खोदी है ,
अच्छे से पहचान गए,
ये दीवाने मांग रहें हैं ,
मुक्ति पथ का समाधान .
छल देखें हैं ,छलिया देखे ,
छलिया हो जा सावधान.
सरल सहज सीधेपन में,
बन्दर बाँट बहुत कर दी,
मौन मूक थे मुखर हुए,
भींचे जबड़े कस दी मुट्ठी,
षड्यंत्रों से हाथ खींच ले,
इस में ही तेरा सम्मान .
छल देखें हैं,छलिया देखे ,
छलिया हो जा सावधान.
शकुनी सी तेरी चालें हैं,
बंद करो अब बंद करो,
मुक्ति पथ को मांग रहे हैं,
मुक्त करो अब मुक्त करो.
धूल उड़ाता नव युग आता,
बचा-बचा अपना परिधान.
छल देखें हैं ,छलिया देखे ,
छलिया हो जा सावधान.
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